प्रश्न - 1. लेखक के अनुसार मॉरीशस किस प्रकार एक छोटा-सा हिन्दुस्तान है?
उत्तर : क्योंकि वहाँ की 67% जनसंख्या भारतीय मूल की है, राजधानी पोर्टलुई की गलियों के नाम भारतीय नगरों पर हैं, हर गाँव में शिवालय और रामायण का पाठ होता है।
प्रश्न - 2. मॉरीशस की राजधानी पोर्टलुई की गलियों के क्या नाम हैं?
उत्तर : कोलकाता, चेन्नई, हैदराबाद और मुंबई।
प्रश्न - 3. मॉरीशस के परी तालाब का क्या महत्त्व है और वहाँ आकर मॉरीशसवासी क्या करते हैं?
उत्तर : परी तालाब हिंदुओं का प्रमुख तीर्थ और पिकनिक स्थल है। शिवरात्रि पर लोग काँवर लेकर वहाँ आते हैं, जल भरते हैं और अपने गाँव के शिवालय में चढ़ाते हैं।
प्रश्न - 4. मॉरीशस कैसा देश है?
उत्तर : Ans:- यह हिन्द महासागर में स्थित छोटा, कृषि प्रधान, सुंदर और भारतीय संस्कृति से ओतप्रोत देश है।
प्रश्न - 5. मॉरीशस की समुद्र से दूरी कितनी है?
उत्तर : मॉरीशस का कोई भी भाग समुद्र से 15 मील से अधिक दूर नहीं है।
लघूत्तरीय प्रश्न-
प्रश्न - 1. भारत के किन प्रांतों से जाकर लोग मॉरीशस में बसे हैं?
उत्तर : मुख्यतः बिहार और उत्तर प्रदेश से।
प्रश्न - 2. मॉरीशस में व्यवसायों और उद्योगों की क्या स्थिति है?
उत्तर : मॉरीशस कृषि प्रधान है। ईख की खेती और उससे बनी चीनी वहाँ का प्रमुख उद्योग है।
प्रश्न - 3. तुलसीकृत रामायण का मॉरीशस में क्या महत्त्व है?
उत्तर : इसने वहाँ की हिन्दू संस्कृति और धार्मिक भावनाओं की रक्षा की तथा भारतीयों को एक सूत्र में बाँधे रखा।
प्रश्न - 4. मॉरीशस में उत्तर प्रदेश और बिहार की किस बोली का प्रसार अधिक है?
उत्तर : भोजपुरी बोली का।
दीर्घउत्तरीय प्रश्न -
प्रश्न - 1. मॉरीशस में भारतीयों ने किस प्रकार अपनी नींव मजबूत की है?
उत्तर : भारतीय वहाँ गुलाम मजदूर बनकर पहुँचे, लेकिन उन्होंने अपने धर्म और संस्कृति को छोड़ा नहीं। उन्होंने ईख की खेती और उद्योग में सफलता पाई। अपने धार्मिक स्थलों, रामायण-पाठ और त्योहारों से भारतीयता को जीवित रखा। उन्होंने अत्याचार और प्रलोभनों को सहकर भी अपनी आस्था कायम रखी और मॉरीशस को छोटा-सा हिन्दुस्तान बना दिया।
प्रश्न - 2. मॉरीशस के गाँवों में भारतीयता का प्रचार किस रूप में देखने को मिलता है?
उत्तर : हर गाँव में शिवालय और मंदिर हैं, रामायण का पाठ व भजन-कीर्तन होता है, त्योहार बड़े उत्साह से मनाए जाते हैं। शिवरात्रि पर परी तालाब की यात्रा विशेष आकर्षण है।
प्रश्न - 3. लेखक ने सिंहों और हिरनों के झुंडों का जो वर्णन किया है, उसे अपने शब्दों में लिखिए।
उत्तर : लेखक ने नैरोबी के नेशनल पार्क में देखा कि सात-आठ सिंह आराम से लेटे थे और पर्यटकों की मोटरों पर ध्यान नहीं दे रहे थे। अचानक पास ही हिरनों का झुंड दिखाई पड़ा। दो सिंह उठे – एक आगे जाकर बैठ गया और दूसरा घास में छिपते हुए मोर्चे पर बढ़ने लगा। हिरनों ने खतरा भाँप लिया और गोल बनाकर खड़े हो गए। कुछ भाग निकले, पर बाकी सावधान रहे। लेखक ने जाना कि सिंह शिकार हमेशा सूर्यास्त के बाद करते हैं और अकेले बिछड़े हुए जानवर को ही पकड़ते हैं। यह दृश्य लेखक के लिए अविस्मरणीय रहा।